Panchtantra ki kahaniya – Hindi Moral Story – khayali pulav Panchtantra ki kahaniya – पंचतंत्र की कहानियाँ असल में कहानियों का एक बहुत बड़ा संग्रह है। इसे “नीति शास्त्र” के नाम से भी जाना जाता है. इसी संग्रह में से कुछ short stories in hindi हम आप तक अपने ब्लॉग hindiera.com के माध्यम से पहुचाएंगे। इसी कड़ी में आज जो हम हिंदी कहानी लेकर आये हैं उसका नाम है : पंचतंत्र की कहानियां – हिंदी कहानी – ख्याली पुलाव एक गांव में एक पंडित रहता था। वह घर-घर जाकर भिक्षा मांगा करता था। भिक्षा में अक्सर लोग उसे आटा दे दिया करते थे। भिक्षा में मिले आटे को वह अपने पास एक बड़े से मटके में इकट्ठा करता रहता था। धीरे-धीरे यह मटका आटे से भर गया। अब वह जब भी सुबह उठता और इस मटके को देखता तो एक ही बात सोचता कि अगर कभी मेरे गांव में अकाल पड़ जाए तो मैं इस आटे को बेचकर अच्छा खासा धन कमा सकता हूँ। एक दिन वह पंडित कल्पना करने लगा कि अकाल के समय इस आटे को बेचकर जो मुझे धन प्राप्त होगा उससे मैं दो बकरियां खरीद लूंगा। कुछ दिन बाद इन बकरियों के बच्चे हो जाएंगे। फिर मैं इन बकरियों और उनके बच्चों को बेच कर उससे एक गाय
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